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Aparajita plant

अपराजिता के पौधे में फरवरी महीने में आपको कुछ काम करने हैं जिससे आने वाले समय में मार्च से लेकर अक्टूबर तक इसमें फूलों की कमी नहीं होगी-

 अपराजिता के पौधे कई रंगों के होते हैं  आप नीचे फोटो में देख सकते हैं 

1. प्रूनिंग– फरवरी महीने में अपराजिता के बेल की  प्रूनिंग कर सकते हैं। इसके लिए सूखी जो ब्रांच है उन्हें हटा दीजिए और पुरानी ब्रांच को भी काट दें। अगर प्रूनिंग नहीं करते हैं तो फिर फूल कम आते हैं और नई शाखाएं भी नहीं बनती है। इसलिए कटाई-छटाई समय-समय पर करते रहना चाहिए, जिसमें फरवरी बढ़िया समय है।

2. खाद- आने वाले समय में अपराजिता से ज्यादा फूल लेने के लिए इस फरवरी महीने में उसकी मिट्टी की हल्की गुड़ाई करके खाद देना चाहिए। जिसमें आप पुरानी गोबर की खाद दे सकते हैं। इसके अलावा घर में कंपोस्ट या फिर रसोई घर से निकले हर कचरे से बनी खाद भी दे सकते हैं।

3. मिट्टी और जड़- फरवरी महीने में अपराजिता की मिट्टी भी बदल सकते हैं। अगर गमले में लगाया तो उसकी मिट्टी बदल सकते हैं और जड़ ज्यादा हो गई है तो जड़ों को ट्रिम /छांट सकते हैं। इससे पौधे को नुकसान नहीं होगा।

4. नीम तेल – अपराजिता की पत्तियों को कीटों से बचाने के लिए इस समय नीम तेल या  का स्प्रे पत्तियों पर करें। इससे आने वाले समय में पौधे में रोग बीमारी या कीटों का प्रकोप नहीं देखने को मिलेगा। जिससे पौधा हरा भरा भी दिखाई देगा।

नोट.... 

अगर आप नया पौधा नई जगह पर लगाना चाहते हैं तो उसके बीजों से नया पौधा तैयार कर सकते हैं। अपराजिता की कटिंग भी लगाई जा सकती है। कटिंग लगाने के लिए फरवरी सही समय होगा।